10 साल के बच्चे के साथ हैवानियत, 3 नर पिशाचों ने किया दरिन्दगी की सारी हदें पार
पहले किया कुकर्म, प्राईवेट पार्ट मे डाला डण्डा, चेहरे को सिगरेट से जलाया, आंख मे ठोंकी कील
कबीर बस्ती न्यूजः
कानपुर: नर्वल में 10 साल के बच्चे को अगवा करने के बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी किसी नर-पिशाच से कम नहीं हैं। उनकी हरकतें सुनकर पुलिस अफसरों की भी रूह कांप उठी। पूछताछ में तीनों ने 9 साल के बच्चे से कुकर्म के बाद नृशंस हत्याकांड की बात कुबूल की है। शनिवार को हत्याकांड का खुलासा करने के बाद तीनों आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।
सामूहिक कुकर्म करने के बाद की बच्चे की हत्या
एडिशनल एसपी आउटर ने बताया कि गांव में रहने वाले चंदन, बबलू और बल्ली नाम के युवकों ने बच्चे के साथ कुकर्म करने के बाद हत्याकांड को अंजाम दिया था। गांव का होने के नाते मृतक बच्चा चंदन के मुंह लगा हुआ था। चंदन उसे झांसे में लेकर अपने साथ बाग में ले गया। इसके बाद लाही के खेत में तीनों ने मिलकर 9 साल के बच्चे के साथ कुकर्म किया। चिल्लाने पर उसके मुंह में कपड़ा ठूंसा और गला दबा दिया था। इसके बाद भी वह नहीं माना तो ईंट से सिर पर कई वार किया तो वह शांत पड़ गया।
इसलिए… आंख में ठोंकी कील और चेहरे पर दागी सिगरेट
हत्यारों ने बच्चे के साथ इतनी हैवानियत क्यों की यह सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। तीनों आरोपियों से पुलिस अफसरों ने पूछा कि दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी तो बच्चे का चेहरा सिगरेट से क्यों दागा…? उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा क्यों डाला…? आरोपियों ने बताया कि तीनों ने गांजा पीने के बाद शराब पी थी। हत्याकांड के बाद भी सरसो के खेत में तीनों सिगरेट पी रहे थे। बच्चे के चेहरे पर एक के बाद एक लगातार सिगरेट दागने पर उसका हिलना-डुलना बंद हो गया तो समझ गए कि वह मर गया था। जिंदा है या मर गया यह जानने के लिए आंख में भी कील ठोंक दी थी। इसके साथ ही यह भी आशंका थी कि बच गया तो वह हमें पहचान नहीं सकेगा। बच्चे के साथ कुकर्म हुआ या नहीं जांच में यह पता नहीं चल सके इसलिए उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला था।
मवेशियों के दुष्कर्म करते थे आरोपी
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी नश करने के बाद खेत में बकरी समेत अन्य मवेशियों के साथ भी दुष्कर्म करते थे। हत्याकांड वाले दिन नशा करने के बाद बच्चा सामने पड़ गया तो उसको दबोचकर हैवानियत का गंदा खेल खेला और फिर उसकी नृशंस हत्या कर दी।
ढाई घंटा चला हैवानियत का खेल
मृतक बच्चा आरोपी चंदन का मुंह लगा था और उसे चाचा कहकर बुलाता था। इसी चक्कर में वह चंदन के झांसे में फंस गया और उसके साथ सरसों के खेत तक चला गया। तीनों आरोपियों के शिकंजे में फंसने के बाद बच्चा चिल्लाता रहा चाचा छोड़ दो, चाचा छोड़ दो, लेकिन हत्यारों का दिल नहीं पसीजा और उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर गला घोंट दिया। इसके बाद दोपहर में करीब ढ़ाई घंटे तक तीनों आरोपियों ने सरसों के खेत में हैवानियत का गंदा खेल खेला और फिर भाग निकले।