बेअंदाज इंस्पेक्टर रुधौली ने पीड़ित महिला का तहरीर फेंक थाने से भगाया
योगी सरकार के जीरो टेलरेंस नीति पर जडा तमाचा
योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति की यही है सच
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती: एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश भर में पुलिस और प्रशासन की निगरानी स्वयं कर रहे हैं ताकि आम नागरिक को पुलिस एवं प्रशासन की निरंकुशता का शिकार न होना पड़े लेकिन बस्ती जनपद के रुधौली थाना पर तहरीर देने गई एक महिला की प्रार्थनापत्र थाना अधिकारी ने पढ़ने के बाद फेंक दिया और लज्जित करते हुए थाने से भागने को कह दिया।
मामला थाना क्षेत्र के छपिया गांव की रहने वाली छवि पाण्डेय की है जो अपनी बहन पर षणयंत्र कर जेवरात हड़पने के मामले में पुलिस में सूचना दर्ज कराने के लिए गई हुई थीं जिनके साथ में वरिष्ठ पत्रकार दिनेश मिश्रा भी गए हुए थे लेकिन प्रभारी निरीक्षक राम कृष्ण मिश्रा ने रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय पीड़ित महिला के ऊपर ही ऊल जलूल आरोप लगाते हुए उनके प्रार्थनापत्र को फेंक दिया ।
पत्रकार दिनेश मिश्रा ने बताया कि हमारे रिश्तेदार का मामला था इसलिए हम स्वयं थाने पर गए हुए थे लेकिन प्रभारी निरीक्षक राम कृष्ण मिश्रा ने मामले को सुनने की बजाय तहरीर फेंक कर हमें भी लज्जित किया ,उन्होंने कहा कि प्रभारी निरीक्षक की बोल चाल की भाषा भी मर्यादित नही था जिससे काफी पीड़ा हुआ हुआ है । उन्होंने कहा कि जब प्रभारी निरीक्षक द्वारा बदसलूकी किया गया तो आखिर आम आदमी के साथ इनका व्यवहार कैसा रहता होगा ।
विभागीय सूत्र बताते हैं कि इंस्पेक्टर रुधौली रामकृष्ण मिश्रा का जिले के एक कद्दावर भाजपा नेता से गहरे संबंध हैं जिसके चलते इंस्पेक्टर किसी भी आगंतुक के साथ अमर्यादित आचरण प्रदर्शित करने से नहीं चूकते हैं ! थाना क्षेत्र के प्रतिष्ठित जनों की राय इंस्पेक्टर के कार्यशली के प्रति ठीक नहीं है!
इस संबंध में सीओ रुधौली अंबिका राम ने कहा कि कोई भी पीड़ित थाने पर जाए तो उसके साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार किया जाना निंदनीय है । उन्होंने इस मामले में पीड़ित की मदद करने का आश्वासन दिया!