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रोगों को दूर भगाने के लिए सही खान पान है आवश्‍यक

–    पोषण पुनर्वास केन्‍द्र में सही पोषण के प्रति जनजागरूकता लिए आयोजित हो रहीं गतिविधियां

–    माताओं के साथ आयोजित पोषण परामर्श सत्र में दिए गए पोषण टिप्‍स

कबीर बस्ती न्यूजः

संतकबीरनगर। पांचवे पोषण माह के दौरान पोषण पुनर्वास केन्‍द्र (एनआरसी) में विविध गतिविधियों का आयोजन करके बच्‍चों व माताओं के साथ ही उनके अभिभावकों को सही पोषण के प्रति जागरुक किया जा रहा है। माताओं के साथ पोषण परामर्श के दौरान एनआरसी के प्रभारी तथा वहां की अधीक्षक ने विविध परामर्श प्रदान किए। इस दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि रोगों को दूर भगाने के लिए पोषकता से भरपूर खान पान ही एक आवश्‍यक उपाय है।

पोषण परामर्श सत्र को सम्‍बोधित करते हुए एनआरसी के प्रभारी डॉ डी पी सिंह ने कहा कि संतुलित आहार लेकर ही हम खुद सुपोषित हो सकते हैं तथा अपने बच्‍चों को सुपोषित बना सकते हैं। बच्‍चों को बेहतर पोषण की आवश्‍यकता होती है। कारण यह है कि उनका क्रमिक विकास होता है। ऐसे में उन्‍हें नियोजित तरीके से पोषण प्रदान किया जाना चाहिए। पोषण पुनर्वास केन्‍द्र की चिकित्‍सक डॉ नम्रता चौधरी ने बताया कि पोषण माह की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी। इस बार हम पांचवा पोषण माह मना रहे हैं। इस बार पोषण माह की थीम महिला और स्‍वास्‍थ्‍य तथा बच्‍चा और शिक्षा है। पोषण माह का उद्देश्‍य यह है कि हम इसे जन आन्‍दोलन से बदलकर जनभागीदारी तक ले जाएं। सही पोषण और बेहतर खानपान से हम अपने बच्‍चों तथा उनकी माताओं को स्‍वस्‍थ कर सकते हैं। 6 साल से कम उम्र के बच्‍चों को बेहतर पोषण की जरुरत होती है। जब शिशु की उम्र छह माह की हो जाए तो मां के दूध के साथ पूरक आहार बहुत ही आवश्‍यक है। जरुरी नहीं है कि हम बच्‍चों को कितना पोषक पदार्थ दे रहे हैं, बल्कि यह आवश्‍यक है कि कितने समय के अन्‍तराल पर उसे किस चीज की आवश्‍यकता है। इस दौरान बच्‍चों की माताओं ने भी कई सवाल पूछे। शकीना खातून ने बच्‍चों को दिन में कितनी बार भोजन दिया जाय इसके बारे में पूछा तो निर्मला यादव ने पूरक आहार के महत्‍व के बारे में पूछा। रेनू और शोभा ने बालिकाओं तथा बालकों के पोषण के बारे में पूछा। इन सारी समस्‍याओं के बारे में एनआरसी की न्‍यूट्रीशियन जुलैखा खातून ने जबाव दिया।

इस दौरान करो देश को रोशन, दूर करके कुपोषण, रोगों को करें दूर, लें संतुलित आहार भरपूर तथा अन्‍य नारों के जरिए महिलाओं को जागरुक भी किया गया।

रोटरी क्‍लब की टीम ने दिए खिलौने व पोषण पैकेट

रोटरी क्‍लब संतकबीरनगर इकाई की अध्‍यक्ष डॉ सोनी सिंह व महामन्‍त्री वन्‍दना गुप्‍ता की अगुवाई में पहुंची टीम ने पोषण पुनर्वास केन्‍द्र में जाकर वहां पर भर्ती होने वाले बच्‍चों के पोषण के लिए पोषक आहारों के पैकेट के साथ ही सूखे मेवे व फल तथा न्‍यूट्रीशन सप्‍लीमेंट प्रदान किए। इसके साथ ही बच्‍चों को खेलने के लिए छोटे से लेकर बड़े सभी खिलौने भी दिए। इस दौरान पोषण पुनर्वास केन्‍द्र की चिकित्‍सक डॉ नम्रता चौधरी, रोटरी क्‍लब के पूर्व अध्‍यक्ष डॉ ए के सिन्‍हा, रामकुमार सिंह, सुशील रुंगटा, सीएमएस डॉ ओ पी चतुर्वेदी, बाल रोग विशेषज्ञ सु‍नील कुमार  के साथ ही अन्‍य लोग उपस्थित थे।

प्रोटीन व विटामिन युक्‍त दें आहार, न दें जंक फूड

एनआरसी की चिकित्‍सक डॉ नम्रता चौधरी बताती हैं कि छ: माह तक बच्‍चों को सिर्फ मां का दूध ही देना है। अन्‍नप्राशन के बाद बच्चे के लिए भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन, खनिज लवण व वसा युक्‍त भोजन आवश्‍यक है। जब पूरक आहार की शुरूआत करें तो मसला हुआ घर का बना खाद्य पदार्थ ही दें। हरी सब्जियां, गाय का दूध और ताजा पका हुआ भोजन दें। खाने में गुड़ का प्रयोग करें तथा उबला हुआ चना भी दें। जंक फूड, चॉकलेट और बासी भोजन कदापि नहीं देना चाहिए।  जंक फूड और चाकलेट की आदत बच्‍चे को लग सकती है।