महंगी हुई है शराब: देसी शराब के शौकीनों को मिलेगी नींबू और संतरे के फ्लेवर
अब शराब के शौकीनों को देसी में भी मिलेंगे कई विकल्प
कबीर बस्ती न्यूज।
लखनऊ: देसी शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। अंग्रेजी शराब की तरह अब देसी शराब भी सुभासित (फ्लेवर्ड) मिलेगी। नींबू और संतरे के फ्लेवर की देसी शराब बाजार में आ गई है। अंग्रेजी की तर्ज पर अब देसी शराब ग्रेन बेस्ड भी मिलेगी। हालांकि इसके लिए शौकीनों को पहले की अपेक्षा जेब ज्यादा ढीली करनी होगी।
शराब के शौकीनों की कमी नहीं है। आम धारणा है कि ग्रामीण इलाकों के आर्थिक रूप से कमजोर लोग शराब का शौक पूरा करने के लिए देसी पीते हैं। एक अप्रैल से पहले तक देसी शराब सादा व मसालेदार फ्लेवर में आती थी। राजस्व बढ़ाने और शौकीनों को बेहतर उत्पाद उपलब्ध कराने के मकसद से आबकारी विभाग ने पहल की है। अब शराब के शौकीनों को देसी में भी कई विकल्प मिलेंगे।
पहली बार उत्तर प्रदेश में ग्रेन बेस्ड यानि अनाज से बनी देसी शराब मिलेगी। अब तक मोलासिस बेस्ड यानि गन्ने की खोई से निकले शीरे से बनी शराब ही बाजार में मिल रही थी। ग्रेन बेस्ड फ्लेवर युक्त देशी शराब के लिए 88 रूपये और मसालायुक्त फ्लेवर्ड शराब के लिए 90 रूपये चुकाने होंगे। इस रेट में 42 डिग्री की 200 मिलीलीटर शराब मिलेगी।
महंगी हुई है शराब
अंग्रेजी शराब के दामों में भी बढ़ोतरी हो गई है। 10 रुपये प्रति पौव्वा के आधार पर कीमतों में इजाफा हुआ है। ब्लेंडर्स प्राइड, रायल चैलेंज और रायल स्टैंग की बिक्री अधिक होती है और इनके दाम भी बढ़े हैं।
यूपीएमएल नाम से शराब की नई व्यवस्था की गई है। इसमें यूपीमेड लिकर ग्रेन बेस्ड होगी। उत्तर प्रदेश में ही बनने के कारण इससे राजस्व की भी वृद्वि होगी। इस बार देसी शराब भी अलग-अलग फ्लेवर में लांच की गई है।
– नितिन अग्रवाल, आबकारी मंत्री