Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट योगी सरकार के जीरो टेलरेंस नीति पर खौलता पानी डाल रही है बस्ती पुलिस सम्पूर्ण समाधान दिवस में 98 मामलें में 06 का निस्तारण जेण्डर रेसियों बढाने के लिए घर-घर सर्वे करके भरवायें मतदाता फार्म: मण्डलायुक्त डीएम एसपी से मिले अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य, संचालित योजनाओं पर चर्चा भाजपा नेता बलराम ने किया पब्लिक डायग्नोसिस सेन्टर के जांच की मांग

जिले मे पीएनडीटी का बुरा हालः 50 हजार मे हो रहा है मरीजों के जीवन का सौदा

आकृति डायग्नोस्टिक सेन्टर गायघाट के नाम से पंजीकृत मगर कुदरहा मे है संचालित

स्वास्थ्य विभाग एवं डायग्नोस्टिक सेन्टर संचालक मिलकर कर रहे हैं बडा खेल

यदि पंजीकुत स्थान से अन्य जगह डायग्नोस्टिक सेन्टर संचालित ेिकया जा रहा है तो कानूनन गलत, होगी कार्यवाही- एडी हेल्थ

कबीर बस्ती न्यूज।

बस्ती। जिले मे पीएनडीटी का बुरा हाल है। यहां तो खेत ही मेड खा रहा है। यहां तो स्वास्थ्य विभाग एवं मास्टर माइंड डायग्नोस्टिक सेन्टर संचालक मिलकर बडा खेल कर रहे हैं। हो क्यों न जब इस सुविधा के लिए प्रत्येक संचालक 50 हजार रूपया महीना साहब को चढावा चढाता है। जिले मे 119 डायग्नोस्टिक सेन्टर पंजीकृत हैं आप गणित लगा लीजिए यह भारी भरकम रकम कहां और किसके जेब मे जाता है। यह हम नही बल्कि विभागीय भरोसेमेद सूत्र नाम न छापने के शर्त पर बता रहे हैं। इतना ही नही बल्कि जिस जगह के लिए डायग्नोस्टिक सेन्टर पंजीकुत है उसमें भी घालमेल हैं जो बडा धोखाधडी का मामला है। जिसे विभाग के आला अधिकारी भी बाखूबी जानते हैं।

एक ऐसा डायग्नोस्टिक सेन्टर प्रकाश मे आया है जो आकृति डायग्नोस्टिक सेन्टर गायघाट के नाम से पंजीकृत है लेकिलन जिम्मेदारों के आसीम अनुकम्पा से कुदरहा मे सरकारी अस्पताल के सामने खुलेआम संचालित है। गत दिनों जिले के सभी डायग्नोस्टिक सेन्टरों की जांच डीएम के द्वारा गठित टीम भी जांच कर चुकी है और ऑल इज वेल का रिर्पोट भी लगा चुकी है। जांच अधिकारियों को सेन्टर के पजींकरण का पता भी घूस के गर्मी के आगे नही दिखाई दिया। हलांकि यह जांच रिर्पोट अभी दबाया और छिपाया गया है।

इस सम्बन्ध मे अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य बस्ती मण्डल डा0 नीरज कुमार पाण्डेय से पूछा गया तो उन्होने बताया कि यदि पंजीकृत स्थान से अन्य जगह डायग्नोस्टिक सेन्टर संचालित किया जा रहा है तो कानूनन गलत है इसकी जांच कराकर संचालक के विरूद्व कार्यवाही करते हुए पंजीकरण निरस्त किया जायेगा।