Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
डीआरएमएस हास्पिटल अब जिला प्रशासन को दे रहा है चुनौती  मरीजों से कर रहा है छल बंदियों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार ने नई जेलों के निर्माण का लिया फैसला भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की बडी कार्रवाई: अभियान में 150 से अधिक आरोपियों के खिलाफ मुकदमा उत्तर प्रदेश में 65 घंटे से चल रही बिजली कर्मियों की हड़ताल खत्म 45 साल महिला की गला रेतकर हत्या प्राणघातक चोट पहुंचाने के मामले में 3 महिलाओं सहित 9 लोगों की जमानत अर्जी खारिज कुशीनगर: अधिशासी अभियंता सहित तीन के खिलाफ मुकदमा लखनऊ: ऊर्जा मंत्री के साथ संषर्घ समिति के नेताओं की बैठक निकला बेनतीजा, बिजली संकट बरकरार अमेठी: ट्रेनी विमान डायमंड-40 दुर्घटनाग्रस्त: पायलट व एक प्रशिक्षु पायलट की मौत लखनऊ: पुलिस के मनमानी पर हाईकोर्ट का पॉवर ब्रेक, डीजीपी को जारी करना पडा निर्देश

जयन्ती पर याद किये गये डॉ. राम मनोहर लोहिया

मानव स्थापना के पक्षधर समाजवादी थे लोहिया- महेन्द्रनाथ यादव

बस्ती – स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी, प्रखर चिन्तक समाजवादी विचारक डॉ. राम मनोहर लोहिया को उनके 111 वीं जयन्ती पर समाजवादी पार्टी कार्यालय पर सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव के संयोजन मे आयोजित संगोष्ठी में मंगलवार को याद किया गया। उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुये वक्ताओं ने कहा कि डॉ. लोहिया ने विश्व-नागरिकता का सपना देखा था। वह मानव-मात्र को किसी देश का नहीं बल्कि विश्व का नागरिक मानते थे। जनता को वह जनतंत्र का निर्णायक मानते थे।
डॉ. लोहिया को नमन् करते हुये सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि वे मानव की स्थापना के पक्षधर समाजवादी थे। वह समाजवादी भी इस अर्थ में थे कि, समाज ही उनका कार्यक्षेत्र था और वह अपने कार्यक्षेत्र को जनमंगल की अनुभूतियों से महकाना चाहते थे। वे चाहते थे कि व्यक्ति-व्यक्ति के बीच कोई भेद, कोई दुराव और कोई दीवार न रहे। सब जन समान हो, सब जन का मंगल हो।
पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय, रामललित चौधरी, जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, राजेन्द्र चौधरी, समाजवादी चिन्तक चन्द्रभूषण मिश्र ने डा. लोहिया के जीवन वृत्त पर विस्तार से प्रकाश डालते हुये कहा कि वे सदैव हिंदू मुस्लिम एकता पर बल दिया करते थे । उनका मानना था कि सरकार चाहे लड़ती रहे मगर हिंदू और मुसलमानों को एक हो जाना चाहिए डॉक्टर लोहिया ने न्याय उदारता और दृढ़ता से हिंदू मुसलमानों के विनाश के कारणों को ढूंढने तथा उनका समाधान करने की प्रेरणा दी । डॉ राम मनोहर लोहिया की दृष्टि में भारत को सुधारने और उसे प्रगति की राह पर लाने का एकमात्र रास्ता समाजवाद था उनके समाजवाद संबंधी विचारों का उल्लेख उनकी पुस्तकों भारत में समाजवाद समाजवाद की राजनीति समाजवाद की अर्थनीति समाजवाद के आर्थिक आधार समाजवादी सम्मेलन हुआ था।
गोष्ठी में मुख्य रूप से यज्ञेश पाण्डेय, समीर चौधरी, जावेद पिण्डारी, सुमन सिंह, इन्द्रावती शुक्ल, मो. सलीम, राजेन्द्र चौधरी, रन बहादुर यादव, मो. उमर, अरविन्द सोनकर, मो0 जावेद, अखिलेश यादव, गंगा यादव, इन्द्रजीत यादव, कविन्द्र उर्फ अतुल चौधरी, अंकित शुक्ल, विकास यादव, भोला पाण्डेय, जहीर अहमद, जर्सी यादव, शफीक अंसारी, युनूस आलम, मो. सलीम, युगुल किशोर चौधरी, विनय यादव, सुशील यादव, जितेन्द्र यादव, उपेन्द्र कन्नौजिया, शिवकुमार गुप्ता, राम सिंगार यादव, राहुल कुमार, साजिद अली, सद्दाम, सुरेन्द्र सिंह छोटे, राजेन्द्र चौरसिया, राजेन्द्र यादव, रजवन्त यादव, रामनाथ प्रजापति, मो. शाहिद, तूफानी यादव, प्रशान्त यादव, रजनीश यादव, राम उजागिर गौतम, गुलाब सोनकर, मो. स्वालेह, अमित यादव, घनश्याम यादव, वीरेन्द्र कुमार चौधरी के साथ ही सपा के अनेक नेता, कार्यकर्ता शामिल रहे।