श्रमिको के लिए कल्याणकारी योजनाओं को संचालित कर रही है प्रदेश सरकार-सुनील कुमार भराला
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
अध्यक्ष श्रम कल्याण परिषद सुनील कुमार भराला ने सर्किट हाउस सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिको के लिए कल्याणकारी योजनाओं को संचालित कर रही है। श्रमिक बन्धु पंजीकरण कराकर योजनाओं का समुचित लाभ उठायें। उन्होने बताया कि गणेश शंकर विद्यार्थी श्रमिक पुरस्कार राशि योजना के तहत 50 हजार से 75 हजार रूपये का पुरस्कार दिया जा रहा है। ज्योतिबा फूले श्रमिक कन्यादान योजना के तहत कन्या विवाह की निर्धारित तिथि से 03 माह पूर्व अथवा एक वर्ष के बाद आवेदन करने पर रू0 51000 की आर्थिक सहायता भी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि ई श्रम पोर्टल पर मजदूरों के रजिस्ट्रेशन में बस्ती मंडल प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि प्रिंटिंग प्रेस में कार्य करने वाले व्यक्तियों का भी इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा कर उन्हें परिषद की योजनाओं का लाभ दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी उप श्रमायुक्त तथा सहायक श्रम आयुक्त को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि दत्तोपंत ठेंगड़ी श्रमिक मृतक अंत्येष्टि सहायता योजना में रू0 10 हजार की आर्थिक सहायता दी जाती है।
उन्होने बताया कि राजा हरिशचन्द्र श्रमिक मृतक सहायता योजना में रू0 25 हजार, डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम श्रमिक प्राविधिक शिक्षा सहायता योजना में डिग्री पाठ्यक्रम के लिए रू0 15 हजार, डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए 10 हजार व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए 07 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
उन्होने बताया कि महादेवी वर्मा श्रमिक पुस्तक क्रय धन योजना में श्रमिको की पुत्रियॉ जो परास्नातक की शिक्षा ग्रहण कर रही है, उन्हें पुस्तक क्रय हेतु 7500 रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। स्वामी विवेकानन्द श्रमिक ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना में 12 हजार रूपये की एकमुस्त सहायता राशि दी जाती है। चेतन चौहान श्रमिक क्रीड़ा प्रोत्साहन योजना में जिला स्तर पर 10 हजार, राज्य स्तर पर 25 हजार, राष्ट्रीय स्तर पर 50 हजार तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर 01 लाख रूपये का पुरस्कार श्रमिक के पुत्र/पुत्री को दिया जाता है।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष महेश शुक्ल, सदस्य राधे कृष्ण त्रिपाठी, अखण्ड सिंह, उपायुक्त श्रम दिव्य प्रताप सिंह, जिला क्रीडा अधिकारी संजय शर्मा तथा प्रेस प्रतिनिधिगण उपस्थित रहें।