…….तो क्या पैकोलिया पुलिस ने ढाई लाख मे कर दिया अर्धविक्षिप्त युवती के अस्मत् का सौदा ?
अर्धविक्षिप्त युवती रेप काण्ड
. योगी सरकार की जीरो टेलरेंस की नीति पर भारी पड रही है पुलिस की मनमानी
. सभासद के तहरीर को हजम कर गयी पैकोलिया पुलिस
. गैंगरेप के आरोपियों के सम्मान मे पैकोलिया पुलिस मैदान मे
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
योगी सरकार की जीरो टेलरेंस की नीति पर बस्ती पुलिस की मनमानी भारी पड रही है। जहां महिलाओं के साथ हजो रहे गंभीर घटनाओं को भी पुलिस अनदेखा कर रही हैं। घटना जिले के पैकोलिया पुलिस से जुडा हुआ है। जहां 4 अक्टूबर को पैकोलिया थाना क्षेत्र के बभनान वार्ड नं0- 06 लक्ष्मीबाईनगर मे स्थित एक स्कूल के खण्डहर मे एक अर्द्वविक्षिप्त युवती के साथ पांच दरिंदों ने गैंगरेप की घटना को अन्जाम दिया। लेकिन कानून के रखवालों को उस पीडित अर्द्वविक्षिप्त युवती की चीख सुनाई नही दी और वे कार्यवाही के बजाय पीडिता को लावारिश हालत मे जिला अस्पताल मे फेंक कर चले गये। यही है बस्ती पुलिस की इंसानियत और मानवता का वीभत्स चेहरा। आज भी उस युवती का इलाज जिला अस्पताल मे चल रहा है। जिसका कोई पुरसाहाल नही है। आज तक पुलिस का कोई जिम्मेदार अधिकारी पीडिता का हाल जानने के लिए जिला अस्पताल नही पहुंचा। जिले के पुलिस विभाग के आला अधिकारी पीडिता के साथ हुई हैवानियत पर तो संवेदना तो व्यक्त कर रहे हैं मगर उसे न्याय दिलाने मे रहस्यमयी चुप्पी साधे हुए है। अगर भरोसेमंद सूत्रों का माना जाय तो पैकोलिया पुलिस ने पांचों दरिंदों से पीडिता के अस्मत् के नाम पर ढाई लाख रूपये मे सौदा भी कर चुकी है। अभी तक जिम्मेदारों का यह कहना है कि मामले की जांच चल रही है। जांच कौन कर रहा है 20 दिन बाद भी जांच का जिन्न बोतल से बाहर नही निकला जिम्मेदारों के कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खडा करता है।
बताते चलें कि घटना 4 अक्टूबर की हैे जहां पैकोलिया थाना क्षेत्र के बभनान वार्ड नं0- 06 लक्ष्मीबाईनगर मे स्थित एक स्कूल के खण्डहर मे एक अर्द्वविक्षिप्त युवती के साथ पांच दरिंदों ने मिलकर गैंगरेप की घटना को अन्जाम दिया और फरार होने मे सफल रहे। वार्डवासियों की सूचना पर पहुंची पैकोलिया पुलिस ने पीडित अर्द्वविक्षिप्त युवती को सरकारी एम्बुलेंस से लाकर बस्ती जिला अस्पताल मे लावारिश अवस्था मे यह कहते हुए छोड दिया वे युवती पागल है। जबकि इस घटना मे लिखित प्रार्थना पत्र सभासद सुनील कुमार गुप्ता ने पैकोलिया पुलिस को दिया है। हैरानी की बात तो यह है कि इस वीभत्स घटना की जानकारी जिले के पुलिस अधिकारियों को भी है लेकिन अर्धविक्षिप्त युवती के साथ गैंगरेप की घटना मे कार्यवाही के बजाय रहस्यमयी चुप्पी घटना को और भी गंभीर बना रहा है। इस घटना से पुलिस लगातार अपना पल्ला झाडती रही। अब सवाल यह है कि पीडित युवती को योगी सरकार मे न्याय मिल सकेगा ?
जिला अस्पताल के कर्मचारी बताते हैं कि जबसे उस युवती के साथ गैंगरेप की घटना बभनान मे हुई है तबसे उसकी मानसिक स्थिति और भी बिगड गयी है। बताते है कि अगर उसे काबू मे न रखा जाये तो वह आत्मधाती कदम भी उठा सकती है।