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प्राकृतिक चिकित्सा में एक्यूप्रेशर सीखना जरूरी – डॉ नवीन सिंह 

कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हॉलिस्टिक हेल्थ के चेयरमैन डॉ विनोद कश्यप द्वारा आयोजित एक दिवसीय निशुल्क वेबीनार में अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के क्षेत्रीय सचिव प्रोफेसर डॉ नवीन सिंह ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक्यूप्रेशर का बहुत ही महत्व है अगर एक्यूप्रेशर को हम सीख कर अपना उपचार और लोगों का उपचार बहुत आसानी से और सरल और सस्ती चिकित्सा के माध्यम से कर सकते हैं इसको आसानी से सीखा जा सकता है केवल कुछ मर्म बिंदुओं पर दबाव देकर लोगों को रोग मुक्त किया जा सकता है।
   डॉ नवीन सिंह ने बताया कि इमरजेंसी बिंदुओं का महत्व हर जगह पड़ता है जैसे कोई बेहोश हो जाता है या किसी को मिर्गी आ जाती है या चक्कर आ जाता है तो आप तुरंत नाक के नीचे गड्ढा कान की लटकन एवं पैर के तलवों में दबाव देकर  ठीक कर सकते हैं। कान में मच्छर पानी या हवा प्रवेश नाक बंद हो जाना छीके अत्यधिक आना, बस में यात्रा करते समय उल्टी और चक्कर आना, एकाएक आवाज बंद हो जाना अथवा सदमा लगना, कीड़े का काटना या डंक मारना, यात्रा से घबराहट, घुटन भूलने की आदत एकाग्रता की कमी ,समय पर याद ना आना, भूल न पाना, जैसी बीमारियों  बिंदुओं का उपयोग करके बिना किसी दवा बिना किसी इंजेक्शन बिना किसी खर्च के तथा बिना किसी साइड इफेक्ट के इस बिंदु पर उपचार देकर अन्य परिस्थितियों से भी निजात पाई जा सकती है। इन बिंदुओं को एनसीसी बच्चों को बच्चियों को सीखना बहुत ही आवश्यक है। इस वेबीनार में सैकड़ों व्यक्तियों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया गया।
   इस वेबीनार में विश्व संवाद परिषद के अध्यक्ष डॉ रमेश चंद्र बनारस से डॉ अजीत कुमार सिंह, डॉ भारत भूषण, बुलंदशहर से रविंद्र कुमार राणा, मीना जी बबीता, कपिल देव ,राज पाल , डॉ अलका, भारतवर्ष के कोने-कोने से लोग जुड़े रहे।