Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट योगी सरकार के जीरो टेलरेंस नीति पर खौलता पानी डाल रही है बस्ती पुलिस सम्पूर्ण समाधान दिवस में 98 मामलें में 06 का निस्तारण जेण्डर रेसियों बढाने के लिए घर-घर सर्वे करके भरवायें मतदाता फार्म: मण्डलायुक्त डीएम एसपी से मिले अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य, संचालित योजनाओं पर चर्चा भाजपा नेता बलराम ने किया पब्लिक डायग्नोसिस सेन्टर के जांच की मांग

पुण्यतिथि पर याद किये गये प्रखर समाजवादी जनेश्वर मिश्र

समाजवाद की चलती फिरती पाठशाला थे जनेश्वर मिश्र- महेन्द्रनाथ यादव

कबीर बस्ती न्यूज:

बस्ती: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विचारक जनेश्वर मिश्र को उनकी बारहवीं पुण्य तिथि पर याद किया गया।  शनिवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि समाजवादी आन्दोलन के योद्धा जनेश्वर मिश्र का योगदान वैचारिक दृढ़ता के रूप में हमारे सामने है । डॉ. लोहिया के विचारो को आत्मसात किये छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र ने तमाम युवाओ को समाजवादी संघर्ष व विचार से जोड़ा और राजनीतिक सक्रियता प्रदान किया। डॉ. लोहिया के विचारो के लिए संघर्ष करने वाले लोक बंधु राज नारायण को भी जनेश्वर मिश्र अपना नेता मानते  थे ।  प्रखर वक्ता जनेश्वर मिश्र उर्फ छोटे लोहिया समाजवाद की चलती फिरती पाठशाला थे। नई पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये। कहा कि उनके बताये मार्ग पर चलकर प्रदेश में समाजवादी पार्टी मजबूत सरकार बनाने जा रही है।
पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय ने जनेश्वर मिश्र के योगदान को रेखांकित करते हुये कहा कि वे कार्यकर्ताओ और साथियो को सम्मान देने में सदा आगे रहे।  छोटे लोहिया का स्पष्ट कहना था कि मुद्दे जन संपर्क व संघर्ष से बनते है ,वे चिंतित रहते थे कि अब समाजवादी जन संघर्ष से अलग हो रहे है तथा मेरी मृत्यु के बाद मेरे भवन में रह रहे कार्यकर्ताओ का क्या होगा ? छोटे लोहिया आज हमारे बीच नहीं है, उनके विचार व संघर्ष समाजवादी विचारो पर चिंतन करने वालो, राजनीति करने वालो के लिए सदैव प्रेरक रहेंगे।  कहा कि जनेश्वर मिश्र को सदैव गरीब कार्यकर्ताओं की चिन्ता रहती थी, वे बड़े मन के नेता थे। उनका सम्पूर्ण जीवन बेदाग रहा।
श्रद्धांजलि सभा को मुख्य रूप से चन्द्रभूषण मिश्र, राजेन्द्र चौधरी, दूधराम, अतुल चौधरी, विपिन शुक्ल, समीर चौधरी, अरविन्द सोनकर आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि जनेश्वर मिश्र कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान देते थे। उन्होने समाजवाद को आखिरी सांस तक जिया, उनके विचार सदैव प्रेरणा देते रहेेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सिद्धेश सिन्हा, यज्ञेश पाण्डेय, रन बहादुर यादव, मो. सलीम, कोईल यादव, निसार अहमद, फूलचन्द श्रीवास्तव,  रणजीत यादव रिन्टू, रामशंकर निराला, वृजेश मिश्रा,  अनिल निषाद, रामवृक्ष यादव, सुमन सिंह, गीता भारती, जुवेदा खातून, गुलाब सोनकर, श्याम सुन्दर यादव,  सुशील यादव, घनश्याम यादव, तूफानी यादव, भोला पाण्डेय, प्रशान्त यादव, मो. हारिश, पिन्टू, जर्सी यादव, अमित यादव, इन्द्रजीत यादव, रजवन्त यादव, जोखूलाल यादव,गिरीश चन्द्र, युनूस आलम, मो. शाहिद,  रजवन्त यादव, वृजेश जायसवाल, श्याम चन्द्र यादव, रजनीश यादव, चिन्ता यादव, विकास यादव, सुशील निषाद, मुबारक अली, पारस यादव,  के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।