11 सूत्रीय मांगो को लेकर शिक्षकों ने सौंपा ज्ञापन
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती । शनिवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल के नेतृत्व में संघ पदाधिकारियों, शिक्षकों ने राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर पुरानी पेंशन नीति बहाली, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, शिक्षा कर्मी, नियोजित शिक्षक आदि संविदा कर्मियों के नियमितीकरण किये जाने, नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से शिक्षक विरोधी प्राविधान हटाने, सातवे वेतन आयोग की विसंगति दूर करने, राज्य कर्मचारियों एवं राजकीय शिक्षकों की भांति परिषदीय शिक्षकों एवं कर्मियों को निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराये जाने, राज्य कर्मचारियों की भांति अर्जित अवकाश सुविधा बहाल करने, शिक्षकों के स्थानान्तरण और पदोन्नित समयबद्ध ढंग से किये जाने, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने, परिषदीय विद्यालयों की परिसम्पत्त्यिों की सुरक्षा हेतु प्रत्येक विद्यालय में चौकीदार की व्यवस्था करने, रसोइयों को नियमित करने और सभी विद्यालयों में बच्चो के बैठने हेतु डेस्क, बेंच की व्यवस्था आदि सवालों को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को सम्बोधित 5 हजार शिक्षकों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन उप जिलाधिकारी शैलेष दूबे को सौंपा। इसी कड़ी में जनपद स्तरीय समस्याओं के निस्तारण हेतु 16 विन्दुओं का ज्ञापन भी सौंपा गया।
प्राथमिक शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल ने बताया कि 20 सितम्बर को जनपद स्तर पर एक दिवसीय धरना बीएसए कार्यालय पर दिया जायेगा। 15 नवम्बर को राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में प्रदेश के शिक्षक एवं अन्य कर्मी धरना देंगे। 30 जनवरी 23 को देश की राजधानी नई दिल्ली में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेंशन बहाली सहित अन्य समस्याओं को लेकर प्रदेशवार धरना दिया जायेगा।
ज्ञापन देने वालों में में मुख्य रूप से जिला मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह, अभय सिंह यादव, सन्तोष कुमार शुक्ल, दिवाकर सिंह, चन्द्रभान चौरसिया, रीता शुक्ला, विनोद यादव, त्रिलोकी नाथ, विजय प्रकाश चौधरी, रवीन्द्रनाथ, रामभरत, वर्मा, महेश, राजकुमार सिंह, दिवाकर सिंह, ज्ञान प्रताप उपाध्याय, सुनील पाण्डेय, रक्षाराम, विवेकानन्द चौरसिया, उपेन्द्र पाण्डेय, शोभाराम वर्मा, नरेन्द्र पाण्डेय, मुक्तिनाथ वर्मा, इन्द्रसेन मिश्रा, अखिलानन्द यादव, पटेश्वरी प्रसाद निषाद, चन्द्रशेखर पाण्डेय, देवेन्द्र वर्मा, शशिकान्त दूबे, राजेश चौधरी, अभिषेक उपाध्याय, हरिश्चन्द्र यादव, ज्ञानदास, अनिल मौर्य, सौरभ पदमाकर, नरेन्द्र दूबे, बब्बन पाण्डेय, रमेश विश्वकर्मा, गुड्डू चौधरी, अनिल सिंह, दिवाकर यादव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल रहे।