जेल में मिले बुजुर्ग सहित दो टीबी के मरीज
– बंदियों की स्क्रीनिंग में 102 में मिले थे खांसी के लक्षण
– एक बंदी मिला एचआईवी पॉजिटिव, शुरू हुआ इलाज
कबीर बस्ती न्यूज:
बस्ती। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की निःशुल्क सेवाएं जेल में भी दी जा रही हैं। इसी कड़ी में जिला कारागार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो दिवसीय टीबी व एचआईवी स्क्रीनिंग कार्यक्रम चलाया गया। स्क्रीनिंग के बाद हुई बलगम की जांच में दो बंटी टीबी के व एक एचआईवी पॉजिटिव मिले हैं। एक टीबी मरीज काफी बुजुर्ग हैं, जिनका एक बार टीबी के दवा का कोर्स पूरा हो चुका है। मरीजों का पंजीकरण कर उनका इलाज शुरू कराया गया है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिला कारागार के 12 बैरक में 800 से ज्यादा बंदियों की टीबी स्क्रीनिंग की गई। खांसी की शिकायत वाले 102 बंदियों को बलगम की जांच की सलाह दी गई। इनमें से सहमति लेकर टीबी क्लीनिक में 57 बंदियों के बलगम की जांच की गई, जिसमें से दो टीबी पॉजिटिव मिले हैं।
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. एके मिश्रा ने बताया कि टीबी पॉजिटिव में एक 72 वर्षीय बुजुर्ग है, जिसकी पहले भी टीबी की दवा हो चुकी है। दोबारा संक्रमण या कुपोषण के कारण वह पॉजिटिव हुए है। नमूना लखनऊ भेजकर यह जांच कराई जा रही है, कि कहीं वह एमडीआर टीबी रोगी तो नहीं हो गए हैं। तात्कालिक रूप से दोनों मरीज की दवा शुरू करा दी गयी है।
कंफर्म जांच में एक एचआईवी पॉजिटिव मिला
बंदियों की जांच के लिए चलाए गए दो दिवसीय अभियान में 800 से ज्यादा बंदियों की एचआईवी जांच भी की गई। प्राथमिक जांच में दो की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इसके बाद लैब में दोनों का कंफर्मेटरी टेस्ट किया गया तो एक की रिपोर्ट निगेटिव हो गई, जबकि दूसरे की पॉजिटिव है। एआरटी सेंटर से मरीज को दवा उपलब्ध कराई जा रही है।