वरिष्ठ अधिकारी धर्मगुरुओं आदि के साथ संवाद बनाएं, धार्मिक परंपरा एवं आस्था को दें सम्मान : योगी
कबीर बस्ती न्यूज।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होलिकोत्सव, शब-ए-बारात, रमजान, नवरोज, चैत्र नवरात्र, राम नवमी आदि त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन के संबंध में बृहस्पतिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समस्त कमिश्नर, एडीजी जोन, सातों पुलिस कमिश्नर, डीएम एवं जिलों के पुलिस कप्तानों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यह समय संवेदनशील है। हमें सतर्क रहना होगा। धार्मिक परंपरा एवं आस्था को सम्मान दें। अराजकता करने वालों पर सख्ती हो। आयोजकों से शांति और सौहार्द सुनिश्चित करने का शपथ पत्र लिया जाए। शरारती बयान देने वालों पर कार्रवाई करें। होली पर शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को उत्तेजित करने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे मामलों पर नजर रखें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करें। सोशल मीडिया को लेकर अलर्ट रहें। शोभायात्रा एवं जुलूस में दूसरे सम्प्रदाय को उत्तेजित करने वाली गतिविधि न हो। अश्लील, फूहड़ गीत कतई न बजें। धर्मस्थलों पर रंग न डाले जाएं।
सीएम योगी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी धर्मगुरुओं आदि के साथ संवाद बनाएं। अप्रिय घटना की सूचना पर डीएम एवं एसपी तत्काल मौके पर पहुंचे। वरिष्ठ अधिकारी लीड करें। छोटी सी अफवाह माहौल को बिगाड़ सकती है। ऐसे में अलर्ट रहना होगा। गोवंश की तस्करी और अन्य संबंधित अपराध से जुड़े संदिग्ध लोगों पर नजर रखें। जहरीली शराब को लेकर भी विशेष सावधानी रखनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि त्योहार के अलावा फसलों की कटाई की वजह से तमाम लोग अपने घर सापस आएंगे। इसके लिए परिवहन विभाग तैयारी कर ले। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त बसों को लगाया जाए। गांव हो या शहर, हर जगह साफ-सफाई होनी चाहिए। होलिका दहन का कार्यक्रम आबादी से दूर कराने का प्रयास करें। सभी 75 जिलों में बिजली की पर्याप्त आपूर्ति की जाए। आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट मोड में रखा जाए। डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ के अवकाश को स्थगित रखा जाना उचित होगा। उन्होंने कहा कि होली पर देश-विदेश के श्रद्धालु एवं पर्यटक ब्रज क्षेत्र आ रहे हैं। श्रीराम नवमी के मौके पर अयोध्या और चैत्र नवरात्र के मौके पर मां विंध्यवासिनी धाम,देवीपाटन धाम, सहारनपुर में मां शाकुम्भरी धाम सहित विभिन्न शक्तिपीठों में बड़ी संख्या में लोग आएंगे। भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर नियोजन किया जाना चाहिए। इन स्थलों पर आकर्षक साज-सज्जा की जानी चाहिए। वाराणसी और मथुरा आदि में शुक्रवार को रंगभरी एकादशी के दृष्टिगत आवश्यक प्रबंध कर लिए जाएं।