लालगंज कोतवाली में तैनात एक अज्ञात दरोगा व सिपाहियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज
एसपी ने पूरे प्रकरण की जांच सीओ लालगंज को सौंपी
कबीर बस्ती न्यूज।
लखनऊ : लालगंज रायबरेली में युवक की मौत के मामले में लालगंज कोतवाली में तैनात एक अज्ञात दरोगा व सिपाहियों के खिलाफ रविवार देर रात हत्या का मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की गई। इस मामले में पुलिस के खौफ के कारण एक युवक ने लोन नदी में कूदकर अपनी जान दे दी थी। एसपी ने पूरे प्रकरण की जांच सीओ लालगंज को सौंपी है। जांच में इस बात का पता लगाया जाएगा कि युवक को लोन नदी में कूदकर जान देने के लिए किन पुलिस कर्मियों ने विवश किया था। दूसरी तरफ घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने इस मामले में दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
लालगंज कोतवाली क्षेत्र के चकवापुर मजरे बेहटाकला गांव निवासी अमरेश सिंह उर्फ गुड्डू (38) रविवार की शाम गांव में लोन नदी के किनारे अपने कुछ साथियों के साथ मौजूद था। इसी दौरान जुआ खेलने की सूचना पर पहुंची पुलिस को देखकर युवक भागने लगे। आरोप है कि पुलिस के खौफ से अमरेश लोन नदी के किनारे स्थित एक पेड़ पर चढ़ गय। इस पर जब पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो बचने के लिए युवक नदीं में कूद गया। इससे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई थी। इससे गुस्साए ग्रामीणों और मृतक के परिजनों ने मृतक का शव सरेनी-लालगंज मार्ग पर रखकर विरोध प्रदर्शन भी किया था।
इस मामले में रविवार देर रात बेहटाकला गांव निवासी सुरेश प्रताप सिंह की तरफ से दी गयी तहरीर के आधार पर लालगंज कोतवाली में अज्ञात दरोगा व सिपाहियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। सुरेश का आरोप है कि पुलिस कर्मियों की वजह से ही उसके परिवार के सदस्य अमरेश की जान गई है। दूसरी तरफ सोमवार को जिला मुख्यालय पर पोस्टमार्टम होने के बाद गेगासो गंगातट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। सीओ लालगंज महिपाल पाठक ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि घटना के दौरान कौन कौन पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद थे।
डूबते युवक को बचाने से भी रोका
युवक की मौत के मामले में आरोप है कि मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने नदी में छलांग लगाने वाले युवक को बचाने के लिए आगे आए चरवाहों को भी डरा धमका कर भगा दिया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि करीब तीन बजे पुलिस कर्मियों के खौफ के कारण लोन नदी में कूदे गुड्डू को बचाने के लिए जब वहां मौजूद कुछ चरवाहे आगे आए तो उन्हें मदद करने से रोक दिया गया। गुड्डू को तैरना नहीं आता था। शाम पांच बजे इन्ही चरवाहों ने गुड्डू के परिजनों को जाकर उसके नदी में डूब जाने की जानकारी दी। जब तक गांव के लोग मौके पर पहुंच कर युवक को बाहर निकालते तब तक बहुत देर हो चुकी थी। गुड्डू की मौत से भाई पप्पी, हीरा, राजा और पत्नी विनीता, बच्चे बिहान और प्रियांशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
पुलिस की शह पर नदी किनारे खेला जाता था जुआ
लालगंज कोतवाली पुलिस की शह पर ही लोन नदी के किनारे के इलाके में काफी समय से जुआ खेला जा रहा था। आरोप है कि गांव का ही एक दबंग पुलिस के साथ मिलकर जुआ खिलवाने का कार्य करता था। क्षेत्रीय लोगों की माने तो जुआ खेलने वालों ने पुलिस को पैसा देने से इंकार कर दिया था। इसी कारण पुलिस ने जुआरियों को पकड़ने के लिए पहुंची थी। युवक की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस इस पर रोक लगाने के लिए निष्पक्षता के साथ कार्रवाई करती तो गुड्डू की जान न जाती।
– युवक की मौत के मामले में अज्ञात पुलिस कर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। साथ ही इस पूरे मामले में दोषी पुलिस कर्मियों को चिह्नित करने की जांच लालगंज सीओ को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही इस मामले में अब आगे की कार्रवाई कर पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाया जाएगा।
आलोक प्रियदर्शी, एसपी