बस्ती प्रशासन को जनता के समक्ष लाना चाहिये सच – भावेष पाण्डेय
बस्ती। नेशनल एसोसिएशन ऑफ यूथ के अध्यक्ष भावेष कुमार पाण्डेय ने बस्ती जनपद में कोरोना को लेकर अपनी वार्ता में कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं बस्ती जनपद और भी बुरे दौर से गुजर रहा है, हमने अपने स्तर पर लोगों की मदद के लिए टीम बनाई है, घर पर रहकर युवा साथी लोगों की मदद करने का प्रयास कर रहे हैं, हमें रोज फोन आते हैं, संदेश आते हैं, लोग परेशान हैं, हम ऐसे लोगों के सम्पर्क में रहे है जो इलाज के अभाव में हमें छोड़कर चले गए, हम उनकी मदद नहीं कर पाए। वहीं जिला प्रशासन की तरफ से प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन वो प्रयास नाकाफी लग रहे हैं, लोग रेमेडीसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन के लिए भटक रहे हैं। अधिकारियों का जनता से संपर्क नहीं है, संवादहीनता के चलते लोग परेशान हो रहे हैं, प्रशासन को मजबूती से अपनी बात को ऊपर पहुंचाने की जरूरत है कि बस्ती को इस आपातकाल में किन चीजों की आवश्यकता है।
बस्ती के अस्पतालों में भर्ती के लिए सोर्स लगाना पड़ रहा है, अगर अस्पताल में जगह नहीं है तो निजी अस्पतालों को कोविड केअर सेंटर बनाया जाना चाहिए। जिले में अगर कोई निजी अस्पताल कोरोना के मरीजों को भर्ती भी कर रहा है तो उसकी ऑक्सीजन की गाड़ी जब्त की जा रही है, ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दी जा रही है, जिला अस्पताल से जबरन लोगों को डिस्चार्ज कर दिया जा रहा है, कैली अस्पताल में संक्रमित लोग आसानी से भर्ती नहीं हो पा रहे हैं।
यह समय है कि जिलाधिकारी जनता के समक्ष आकर बस्ती की असल स्थिति से अवगत कराएं, संवाद स्थापित करें। जिलाधिकारी का आधिकारिक ट्विटर हैंडल एक्टिव नहीं है, जहां तमाम परेशानियां लोग बताना चाह रहे हैं। अलग अलग तहसीलों के लिए व्हाट्सएप्प नंबर जारी करें, जिस से लोग अपनी बातें पहुंचा सकें, कंट्रोल रूम को नौजवानों द्वारा संचालित कराएं जिस से रिस्पांस त्वरित हो। कोरोना मुक्त बस्ती बनाने में हम सभी युवा और समाजसेवी संस्थाएं प्रशासन के साथ खड़ी हैं।
बस्ती की आम जनता से भी यह अपील है कि हम स्वयं अनुशासित होकर स्वयं का लॉकडाउन अपनाएं, सामाजिक कार्यक्रमों से बचें, कहीं भी एकत्र न हों, घर में रहें, खुद के लिए नहीं बल्कि पूरे परिवार के लिए सावधानी बरतना जरूरी है, घर में अगर किसी को थोड़ी भी दिक्कत आ रही है तो पूरे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और चिकित्सकों द्वारा बताई गई दवाइयों का सेवन करें। रोज सुबह योग एवं प्राणायाम करें, घर के अंदर किये जाने वाले अन्य व्यायाम करें।नौजवानों को सबसे ज्यादा अनुशासित होने की आवश्यकता है क्योंकि सबसे ज्यादा वही बाहर निकलते हैं, आइये हम सब मिलकर अपना स्वयं का अपने घर के लॉकडाउन की घोषणा करें, और कोरोना को हराएं।