Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट योगी सरकार के जीरो टेलरेंस नीति पर खौलता पानी डाल रही है बस्ती पुलिस सम्पूर्ण समाधान दिवस में 98 मामलें में 06 का निस्तारण जेण्डर रेसियों बढाने के लिए घर-घर सर्वे करके भरवायें मतदाता फार्म: मण्डलायुक्त डीएम एसपी से मिले अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य, संचालित योजनाओं पर चर्चा भाजपा नेता बलराम ने किया पब्लिक डायग्नोसिस सेन्टर के जांच की मांग

40 वर्षों की शासकीय सेवा का उत्साहपूर्वक सम्पादन करते हुए सेवानिवृत्त हुए लेखाकार डॉ0 विजय प्रभाकर त्रिपाठी

कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।

मण्डलीय सूचना कार्यालय के लेखाकार डॉ0 विजय प्रभाकर त्रिपाठी की सेवानिवृत्ति के अवसर पर प्रेस क्लब सभागार में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। डॉ0 त्रिपाठी ने सूचना विभाग में मई 1980 से सेवा शुरू करके लगभग 40 वर्षों की शासकीय सेवा का उत्साहपूर्वक सम्पादन करते हुए अपनी अधिवर्षता आयु पूरी कर आज सेवानिवृत्त हुए।
प्रेस क्लब सभागार में उनके सम्मान में जनपद के वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार तथा प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने प्रतिभाग किया।
मुख्य अतिथि श्रीनिवास त्रिपाठी (मुख्य कोषाधिकारी) ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस जिले में सूचना एवं पत्रकारों का अद्भुत समन्वय है जो डॉ0 त्रिपाठी की सेवा समाप्ति के अवसर पर दिखाई दे रहा है। सहायक निदेशक सूचना प्रभाकर तिवारी ने लखनऊ से दूरभाष के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा कि अग्रज डॉ0 त्रिपाठी सदैव अपनी कार्य के प्रति पूर्ण निष्ठा एवं लगन से समर्पित रहे हैं। प्रत्येक विभागीय कार्य को उन्होंने न्यूनतम समय सीमा में सम्पादित करने का सार्थक प्रयास किया। आज के दिन वे विभागीय सेवा से मुक्त हो रहे हैं परन्तु विभाग में आदर्श कार्यों के लिए सदैव अविस्मरणीय रहेंगे।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार दिनेश चन्द्र पाण्डेय ने डॉ0 त्रिपाठी को समन्वयवादी लोकसेवक बताया और कहा कि जैसा कबीरदास ने चादर ओढ़कर दूसरे के लिए एकदम सुरक्षित रख दिया था उसी तरह से इनकी शासकीय सेवा रही है।
पत्रकार प्रदीप चन्द्र पाण्डेय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज में निष्पक्ष पत्रकारिता का जो गुण डाक्टर साहब में छिपा है उसे अब निखारने का मौका मिलेगा।
सम्बोधन/उद्बोधन की इस कड़ी में पत्रकार सुरेश सिंह गौतम, कौशल किशोर ओझा, सत्यव्रत द्विवेदी, पुनीत ओझा, अशोक श्रीवास्तव, स्कन्द शुक्ल, महेन्द्र तिवारी, दिलीप पाण्डेय, सर्वेश श्रीवास्तव, संदीप शुक्ला, बृजेश शुक्ला, इमरान अली, प्रवीन पाण्डेय, डा0 नवीन सिंह, सुनील मिश्र सहित अन्य पत्रकारों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। पत्रकार वशिष्ठ पाण्डेय, रजनीश त्रिपाठी, राकेश गिरी, हफीजुर्रहमान, सत्यदेव शुक्ल,  सतीश श्रीवास्तव भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
सूचना विभाग के अमरेश, अश्वनी तिवारी, अनिल सिंह, रत्नेश ने भी अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। संरक्षक अमरेश ने कहा कि त्रिपाठी जी मृदुभाषी, लगन एवं निष्ठा से कार्य करने वाले तथा कार्यालय की समस्याओं को तत्परता से समाधान करने के लिए हम सभी के लिए हमेशा याद किये जायेंगे। इस अवसर पर सूचना विभाग के कर्मचारी ओमप्रकाश, विद्यावती, जगदीश प्रसाद, अब्दुल हक भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन प्रेस क्लब अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय ने किया। उन्होने डॉ0 त्रिपाठी को एक शेर समर्पित करते हुए-‘‘हर एक सिम्त मोहब्बत की बात हो जाए’’ के साथ कहा कि प्रेस क्लब के सभागार में यह ऐतिहासिक दृश्य सूचना विभाग के वरिष्ठ लेखाकार की विदाई का अवसर मैं 45 वर्षों में पहली बार देख रहा हूँ।
इस अवसर पर डॉ0 विजय प्रभाकर त्रिपाठी ने कहा कि शासकीय सेवा में जो कार्य अब तक मैंने किया है उसका मूल्यांकन आप लोगों के बीच में है। मैं जितना बेहतर कार्य कर सकता था, आज मुझे अपने कार्य व्यवहार पर आत्मसंतुष्टि है। मेरा अगला कार्य भी सदैव आप सभी के लिए हितकारी हो इसका मैं पूरा-पूरा प्रयास करूंगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार डॉ0 रामनरेश सिंह ‘मंजुल’ ने कहा कि डॉ0 त्रिपाठी से मेरा जुड़ाव 1988 से है, मैं इनकी शासकीय सेवा में भी साहित्यिक प्रवृत्तियों का साक्षात्कार करता रहा। प्रखर साहित्य प्रेमी डॉ0. त्रिपाठी का आदर्श रहा है जो आने वाले दिनों में उनकी कृति के रूप में दर्शित होगा। अंत में सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने डॉ0 त्रिपाठी के मंगलमय जीवन की शुभकामना करते हुए नयी पारी शुरूआत करने का सुझाव दिया।