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बाघनगर और सेमरियांवां क्षेत्र मे बिना लाईसेन्स के मडिकल स्टोर, क्लीनिक तथा प्राईवेट अस्पतालों की भरमार

मौज कर रहे हैं साहब, अव्यवस्था से तडप रही है आम जनता

साहब तो आते हैं पर संचालकों से मिलकर चले जाते हैं फिर कार्रवाई करेगा कौन

स्वास्थ्य माफियाओं के आगे नतमस्तक हुआ डरग एवं स्वास्थ्य महकमा

कबीर बस्ती न्यूज।

बस्ती। मण्डल के पडोसी जनपद संतकबीरनगर मे बाघनगर और सेमरियांवां मे स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। इस क्षेत्र मे बिना लाईसेन्स के सैकडों की संख्या मे मडिकल स्टोर, क्लीनिक तथा प्राईवेट अस्पतालों की भरमार है। यहां करीब 95 प्रतिशत मडिकल स्टोर, क्लीनिक तथा प्राईवेट अस्पताल संचालकों के पास कोई अधिकृत कागजात मौजूद ही नही है और सभी धडल्ले संे संचालित है। ऐसा नही है कि जिम्मेदारों को इसकी जानकारी नही है। जानकारी सब है मगर महीने मे बंधा बधाया रकम साहब की जेबों तक पहुंच जाता है। फिर इन अनाधिकृत गतिविधियों को नियंत्रण करेगा कौन। यह एक बडा सवाल है। यदि इन गतिविधियों से मरीज मरता है तो साहब का क्या वह उनके घर का थोडे ही है।

बाघनगर से लेकर सेमरियांवां तक कदम कदम पर मेडिकल स्टोर खुले हुए हैं जिसकी संख्या सैकडों मे है और बिना किसी वैघ पत्र के केवल घूस के बल पर संचालित हो रहा है। यहां अधिकतर मेउिकल स्टोरों पर नाबालिगों को दवा बेंचते हुए देखा गया है। पूछने पर दुकानदार बताते हैं कि लाइसेन्स के लिए आवेदन कर चुके हैं लेकिन अभी लाइसेन्स मिला नही है। फिर भी मेडिकल स्टोर साहब की कृपा से चल रहा है।

अनाधिकृत नर्सिंग होमों निजी अस्पतालों की भरमार

यदि इस क्षेत्र के नर्सिंग होमों निजी अस्पतालों की की बात की जाय तो 95 प्रतिशत नर्सिंग होमों निजी अस्पतालों के पास कोई वैघ लाइसेन्स नही है। भारत कनेक्ट टीम के औचक कवरेज मे हैरान कर देने वाले तथ्य प्रकाश मे आये। बाघनगर मे संचालित हो रहे आयत हास्पिटल है जिसमें मरीजों का इलाज गाय भैंस के तरह किया जाता है इसके संचालक कथित डा0 मु0 शरीफ हैं। इस अस्पताल के व्यवस्था को जो भी अधिकारी देखेगा उसकी भी अन्रात्मा कांप उठेंगी। यहां पोस्टर पर आधा दर्जन से अधिक डाक्टर प्रदर्शित किये गये हैं लेकिन लता पता किसी का नही है।

दूसरा अस्पताल मिशा हास्पिटल है। जो बाघनगर से आगे और सेमरियावां से पहले है। यहां भी बाकायदे बडे बडे अक्षरों मे अस्पताल का नाम  लिखवाकर खुलेआम संचालित किया जा रहा है। यहां मरीजों को प्रभाव मे लेने व ठगने की अच्छी व्यवस्था की गयी है। इस अस्पताल के संचालक ऋषभ श्रीवास्तव हैं।

बाघनगर मे संचालित स्टार हेल्थ सेण्टर जिसके संचालक कथित डाक्टर एम0एम0 खान हैं। यह क्लीनिक पिछले कई वर्षें से संचालित है। कथित डाक्टर एम0एम0 खान कहते हैं कि किसी अधिकारी की हिम्मत नही है जो हमसे आकर पूदे कि हम क्लीनिक कैसे चला रहे हैं। अब आप इन दबंगों की पकड को समझ लीजिए कि यह साहबानों पर कितना भारी पड रहे हैं।

यह कहना गलत न होगा कि बाघनगर एवं सेमरियावा क्षेत्र स्वास्थ्य के मामले मे अपराध का गढ बन चुका है जिसकी तिलिस्मि तोडना आला अफसरों के बस की बात नही हैं। क्षेत्र के कुछ प्रतिष्ठितजनों ने बतासया कि झोला छापों के इलाज से आये दिन कोई न कोई घटनाऐं घटित होती रहती है। बताते हैं कि एसीएमओ की गाडी आती रहती है और साहब लोगों से मिलकर चले जाते हैं। ऐसे नाजायज कामों मे जब साहब ही संलिप्त हैं तो फिर कार्रवाई करेगा कौन।

इस सम्बन्ध मे डीएलए के0जी0 गुप्ता ने कहा कि अभियान चलाकर अवैध मेडिकल स्टोरों  के संचालकों के विरूद्व कडी कार्रवाई करायी जायेगी।

मुख्य चिकित्साधिकारी संतकबीरनगर डा0 अनिरूद्व सिंह ने कहा कि यदि बिना लाईसेन्स के निजी अस्पताल संचालित किये जा रहे हैं तो उन्हें चिन्हित कराकर कठोर कार्यवाही की जायेगी।