आतिशबाजी के दौरान हाथ, आंख और चेहरा सुरक्षित रखना बेहद जरूरी- डॉ. रामजी सोनी
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
आतिशबाजी के दौरान हाथ, आंख और चेहरा सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों पर आतिशबाजी के दौरान अपनी सख्त निगरानी बनाए रखिए। यह कहना है जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. रामजी सोनी का। उन्होंने लोगों से खुशी के माहौल में सुरक्षित दीपावली मनाने की अपील की है।
डॉ. सोनी का कहना है कि आतिशबाजी के दौरान यदि शरीर का कोई भाग जल जाएं तो सबसे पहले जले हुए हिस्से को बहते हुए साफ पानी से ठीक से धुल लें। नजदीकी अस्पताल में जाकर परामर्श लें। ध्यान रखें कि जले हुए भाग को ठंडे पानी या बर्फ से नहीं धोना है, और जले हुए हिस्से पर टूथपेस्ट या हल्दी आदि भी नहीं लगानी है। उन्होंने बताया कि आतिशबाजी का प्रदूषण आंख, नाक और गले के अलावा फेफड़ों को भी प्रभावित करता है। प्रदूषण से सांस और एलर्जी की समस्या होती है। बच्चों को आतिशबाजी अपनी ही देखरेख में करने की अनुमति दें।
कैसे करें आतिशबाजी
– वैध दुकान से ही पटाखे खरीदें और आतिशबाजी के दौरान बच्चों को सख्त निगरानी में रखें।
– आतिशबाजी स्थल पर बाल्टी में पानी और प्राथमिक उपचार किट साथ में रखें।
– एक समय में एक व्यक्ति और एक पटाखा ही जलाएं।
– जला चुके पटाखे को न छूएं दोबारा कभी भी फट सकता है।
– झोपड़ी के आसपास या फिर बंद कमरे में कभी भी पटाखा न जलाएं।
– राकेट या हवा में उड़ने वाले पटाखे जलाने से पहले सीधा कर लें।
– यथासंभव जीरो पावर वाला चश्मा लगाकर ही आतिशबाजी करें।