उत्सव के रूप में मनेगा मिशन शक्ति का तीसरा चरण
– स्वावलंबन कैम्प में एक मंच के नीचे होंगें विभिन्न योजनाओं के आवेदन, सत्यापन तथा स्वीकृतियां
– कन्या जन्मोत्सव व रक्षा उत्सव जैसे होंगे विविध आयोजन , मेधावी बालिकाओं को मिलेगा नकद पुरस्कार
मिशन शक्ति के विशेष आर्कषण होंगें ‘‘स्वावलंबन कैम्प” जो हर 15 दिन पर आयोजित होंगे । इसके जरिये लाभार्थी को किसी योजना का लाभ लेने के लिए दफ्तरों या अधिकारियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे । 12 अगस्त को पहले स्वावलंबन कैम्प का आयोजन कर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, जैसे- मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित पेंशन योजना तथा उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आदि में लाभान्वित किये जाने वाले परिवारों, महिलाओं व बच्चों के आवेदनों की समस्त कार्यवाही इन वन विंडो कैम्पस के माध्यम से वहीं पूरी की जायेगी । इसके लिए शासन द्वारा समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि कैम्पो का आयोजन उनकी निगरानी में हो । शिविर में सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहेंगे ताकि योजनाओं के आवेदन, सत्यापन तथा स्वीकृतियां एक दिवस में ही पूरी कर आवेदन की प्रक्रिया तत्काल पूर्ण कर ली जाये । इन शिविरों को आयोजित करने के पहले जनप्रतिनिधियों तथा क्षेत्रों के प्रभावशाली व्यक्तियों से विभाग संपर्क कर उनकी सहभागिता सुनिश्चित करेगा । शिविरों में अधिक से अधिक महिलाओं तथा बच्चों की भागीदारी के लिए ग्राम प्रधानों की मदद ली जाएगी । शिविरों के ठीक एक दिन पहले ग्राम प्रधान ग्राम बाल संरक्षण समिति की बैठक करेंगे । इन बैठकों में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित पेंशन योजना तथा उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभार्थी परिवारों को चिन्हित कर इन योजनाओं की जानकारी देते हुये ‘‘स्वावलंबन कैम्प‘‘ तक पहुँचाने की तैयारी की जायेगी । मिशन शक्ति के नोडल अधिकारी और महिला कल्याण विभाग के निदेशक मनोज कुमार राय ने कहा कि ‘‘मिशन के पहले चरण में हमने जन-सामान्य को जागरूक करने की कोशिश की और आने वाले चरण में हमारा फोकस है कि हम जन-सामान्य तक स्वयं पहुंचकर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करें । महिला कल्याण विभाग दिसंबर तक इन योजनाओं में लगभग 8 से 10 लाख नये लाभाथियों को जोड़ने हेतु प्रयासरत् है ।”
विभिन्न महीनों में होने वाले कार्यक्रम
अक्टूबर – पांच अक्टूबर को प्रदेश की समस्त ग्रामसभाओं में डिजिटल या एनलॉग ‘गुड्डा-गुड्डी बोर्ड’ की स्थापना होगी, जिसकी तैयारी पूर्व से ही कर ली जाये ऐसे निर्देश शासन द्वारा जारी कर दिये गये हैं । अक्टूबर माह में ही मेगा इवेंट-‘‘नायिका” का आयोजन किया जायेगा, जिसमें बालिकाओं तथा महिलाओं द्वारा विभिन्न जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका व दायित्वों का सांकेतिक निर्वहन किया जायेगा।
नवम्बर – मिशन शक्ति-3 के तहत नवम्बर में अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस के अवसर पर मेगा इवेन्ट ‘‘मेधावी छात्राओं तथा जेन्डर चैम्पियन का सम्मान” कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक जनपद द्वारा हाईस्कूल व इंटर की 10-10 मेधावी छात्राओं को 5000-5000 रूपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा । 12वीं कक्षा में जनपद में प्रथम स्थान पर परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली शीर्ष छात्रा जिसने आगे की पढ़ाई जारी रखी हो को 20 हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा। इसके साथ ही जेंडर चैम्पियंस तथा खेलों, विशिष्ट कलाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली कम से कम 10 महिलाओं, 10 बालिकाओं व 10 बालकों को नकद पुरस्कार दिये जायेंगे।
दिसम्बर – दिसम्बर में मेगा ईवेन्ट ‘‘अनंता‘‘ के अंतर्गत समाज में बदलाव लाने वाली प्रेरक महिलाओं तथा बालिकाओं का सम्मान होगा । उनकी कहानियों को जनपद स्तर पर टीवी, रेडियो, एफएम, टाक शो, गोष्ठियों, अखबार आदि के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाया जायेगा । दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में ‘‘सुरक्षा एक्सप्रेस” के जरिये महिलाओं तथा बच्चों के मुद्दों तथा उनके प्रति हिंसा से रोकथाम पर जागरूकता हेतु जनपदों द्वारा ‘‘मोबाइल एलईडी वैन” के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जायेगा।