संजीवनी लाये हनुमान, मूर्छा से जागे लक्ष्मण
रामलीला महोत्सव का 9 वां दिनः रामेश्वरम स्थापना
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
सनातन धर्म संस्था और श्री रामलीला महोत्सव आयोजन समिति की ओर से अटल बिहारी वाजपेई प्रेक्षागृह में चल रहे श्रीराम लीला के नौवें दिन सोमवार की रात गणेश वंदना एवं श्री राम जी की आरती के साथ श्री रामलीला महोत्सव का शुभारंभ हुआ।
आरती के पश्चात इंडियन पब्लिक स्कूल के बच्चों ने लव कुश द्वारा कथा के माध्यम भगवान राम के जीवन की लीला का मंचन किया, बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति देख लोगों ने खूब तालियाँ बजाईं। सोमवार की लीला में सेतुबंध रामेश्वरम स्थापना, अंगद-रावण संवाद, लक्ष्मण जी को शक्ति लगना, श्री हनुमान जी का संजीवनी बूटी लेने द्रोणागिरि पर्वत प्रस्थान, कालनेमि वध, हनुमान भरत संवाद व लक्ष्मण जी की मूर्छा भंग के प्रसंग का मंचन किया गया। भावपूर्ण दृश्य देखकर लोग भावुक हो गए।
कथा व्यास राजाबाबू पाण्डेय व विश्राम पाण्डेय ने कथा सूत्र को विस्तार देते हुए बताया कि भगवान राम के क्रोध में आने पर समुद्रदेव प्रकट होते हैं और वो आगे का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
वानरों की सेना समुद्र के पास पहुंची और समुद्र पर नल और नील के साथ समुद्र पर सेतु बांधा। राम जी ने शिव जी की विधिवत पूजन कर रामेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना की और वानरों की सेना के साथ सुग्रीव, हनुमान, जामवंत, रामजी और लक्ष्मण के साथ समुद्र पार कर सुमेर पर्वत पर डेरा डाला। इसके बाद लीला में अंगद रावण संवाद का मंचन किया। जब रावण ने अंगद के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया तब युद्ध घोषणा होती है, युद्ध मे रावण के पुत्र मेघनाद व लक्ष्मण में घमासान युद्ध होता है, जब मेघनाथ युद्ध में लक्ष्मण से विजय प्राप्त नही कर पा रहा था तब मेघनाथ ने ब्रह्मशक्ति का प्रहार लक्ष्मण के ऊपर किया।
लक्ष्मण के मूर्छित होने से सम्पूर्ण रामादल शोकग्रस्त हो गया। सुखेन वैध के बताने पर हनुमान संजीवनी बूटी लेकर आए और लक्ष्मण का उपचार किया गया। श्री धनुषधारी आदर्श रामलीला मण्डल अयोध्या से आये कलाकारो द्वारा बहुत ही मार्मिक ढ़ंग से रामलीला का मंचन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित मातृ शक्तियों द्वारा व शयन आरती बच्चों ने की। बच्चों को आरती का महत्व और तरीका बताया गया। कार्यक्रम का संचालन पंकज त्रिपाठी ने किया। दर्शकों में सुभाष शुक्ल, अखिलेश दूबे, बृजेश सिंह मुन्ना, हरीश त्रिपाठी, डॉ वीरेंद्र त्रिपाठी, हरिप्रसाद पांडेय, अनुराग शुक्ल, जॉन पांडेय, दयाभाव सिंह, अनिल मिश्र, राहुल त्रिवेदी, आदि शामिल रहे।