मेडिफ्री डिजिटल घर बैठे उपलब्ध कराएगा स्वास्थ्य सुविधाएं
कागज रहित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा मेडिफ्री डिजिटल मोबाइल एप
– वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम ने विकसित किया है यह मोबाइल एप
– एलोपैथी, होम्योपैथी व आयुर्वेदिक पद्धति के चिकित्सक रहेंगे उपलब्ध
कबीर बस्ती न्यूज,,संतकबीरनगर।उ0प्र0।
देश के वरिष्ठ डाक्टरों की टीम ने एक अनोखा मोबाईल एप विकसित किया है जिससे अब देश में कहीं से भी एकीकृत स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया जा सकता है। भारत में बना यह मोबाईल एप स्वास्थ्य सेवाओं को पूर्णतः कागज-रहित बनाने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है| इस एप से रोगियों को चिकित्सकों, लैब्रटोरी, डायग्नोस्टिक सेंटर और केमिस्ट की सेवाएँ एक ही मंच पर एकीकृत ढंग इस मिलती हैं। इस ऐप पर एलोपैथी, होम्योपैथी व आयुर्वेद पद्धति के चिकित्सक एक ही मंच पर उपलब्ध है|
अपने जनपद प्रवास के दौरान मेडिफ्री डिजिटल के सह निदेशक डॉ पीयूष चत्तर ने बताया कि इस एप पर रोगी खुद को निशुल्क पंजीकृत करवा सकते है जिसके उपरांत उन्हे मेडिकल रेकॉर्ड्स के लिए 12 एमबी का डिजिटल स्पेस मुफ़्त दिया जाता है| इस एप द्वारा डाक्टर से संपर्क करने पर रोगी की अनुमति से वह मेडिकल रेकॉर्ड्स को मोबाईल फोन पर ही देख सकता है| यह ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जहां पर सभी सेवा प्रदाता साझा मंच से सेवाएँ प्रदान करते है। जिससे समय और पैसे की बचत होगी। हालांकि रोगी को एक बार अवश्य डाक्टर से मिलने जाना चाहिए क्योंकि चिकित्सा विज्ञान में यह बहुत जरूरी होता है| सर्दी और जुकाम जैसे मामूली रोगों के लिए अनलाइन उपचार हो सकता है। पंजीकृत रोगियों को डाक्टर द्वारा दिया गया नुस्खा एस एम एस ई-मेल और एप मैसेज द्वारा भेज जाता है जबकि जो रोगी पंजीकृत नहीं है उन्हे नुस्खा ई-मेल और द्वारा भेज जाता है | रोगियों की गोपनीयता के लिए विश्व का सबसे विश्वसनीय सॉफ्टवेयर ऐमज़ान वेब सर्वर का इस्तेमाल किया गया है। इसके बावजूद भी पंजीकरण और स्पेस के लिए रगियों से कोई पैसा नहीं लिया जाता है हालांकि सेवा प्रदाता अपने हिसाब से सेवाओं के लिए फीस लेते है| मेडीफ्री डिजिटल निष्पक्ष मंच है क्योंकि इस एप से जुड़े किसी भी डाक्टर, केमिस्ट या लैब को बढ़ावा नहीं देता है | रोगी किस की सेवाएँ लेना चाहता है यह उसी पर निर्भर होता है ।
डाक्टरों के लिए भी है लाभप्रद
डाक्टरों के लिए भी इस एप पर नुस्खा लिखना आसान है क्योंकि उन्हे एक ही बार दवा का नाम लिखना होगा और वह ऑटो सेव हो जाएगा। रोगियों को सलाह लेने के लिए अब शहरों की तरफ नहीं आना पड़ेगा क्योंकि वह पैसे देकर काल से किसी भी डाक्टर या स्पेशलिस्ट से बात कर सकते हैं और डाक्टर मोबाईल फोन पर ही रोगी का मेडिकल रिकार्ड देख सकेगा। डायग्नास्टिक सेंटर और केमिस्ट रोगियों को कम पैसों पर सेवाएं दे सकते हैं।